11/19/2012

नीली वाली मेरी वाली

जब से तुम्हें देखा है

तुम मेरे लिए नीली वाली हो
हाँ उस दिन तेरे टॉप का रंग यही था
जब तूम अपनी सहेली के साथ जा रही थी
वो मेरे दोस्त की पीली वाली
हम दोनों ने तब से तुम्हें बाट लिया है
अब तुम मेरी वाली हो
उस दिन हम दोनों ने पार्टी किया था
नीली वाली तेरे लिए हमने पिया था
तुम्हें पता नहीं है तुम पे मेरे दोस्तों ने
मेरा कितना अधिकार दिया है
नीली वाली मुझे तेरा आशिक घोषित किया है
अब दोस्तों ने तुम्हें कहीं देख कर
मुझे बताना शुरू कर दिया है
आज तेरी वाली मिली थी
यार नई ड्रेश पहनी पहनी थी
बहुत मस्त लग रही थी
भाई न्यू पिंच,ट्रीट
अब सौपिंग तुम खूब करो
नीली वाली ट्रीट हमने देना शुरू कर दिया है
नीली वाली मेरी वाली
अब तुम मेरे दोस्तो की भाभी हो
तुम्हें तो पता भी नहीं है
मेरे दोस्तों ने सबों को समझाया है
नीली वाली अब इसकी है
कितने लड़कों को धमकाया है
नीली वाली से दूर रहो
सारे अपनी नियत साफ रखो
और भी बहुत सारीं हैं
ये लो सफ़ेद वाली तेरी
खुश रहो पार्टी दो
नीली वाली को भाभी समझो
नीली वाली मेरी वाली
तुम्हें पता नहीं है
सबों ने मिलकर मुझे प्यार करवा दिया है
मैंने तो तुम्हें सिर्फ देखा था
सबों ने उसे पहली नजर का प्यार जता दिया है
अब मुझे भी कुछ प्यार सा लगता है
अपने दिल मे तेरे लिए मर्म महसूस किया है
नीली वाली मै तुमसे प्यार करता हु
पीकर मैंनेदोस्तों के सामने इजहार किया है
अब दोस्तों ने परपोज करने का टिप्स
अपने अपने अंदाज मे देना शुरु कर दिया है
सबों के अंदाज़ मिलकर जब मैंने
तुम्हें परपोज करने का तरीका रखा है
सबसे जुदा अंदाज़ मेरा है
सबों ने मिलकर पार्टी मांगा है
नीली वाली मेरी वाली
जब तुम जानोगी, मुस्कुराओगी।
मै तुम्हें परपोज करने आ रहा था
नीली शर्ट पहन कर
नीली कवर से सजा गिफ्ट लेकर
तभी मेरे एक दोस्त ने
तेरे बॉय फ्रेंड होने की सूचना दी थी
मैंने अपनी नीली शर्ट की बटन तोड़ कर
तुमको खुद से ज़ुदा किया था
मै शिथिलमूकदर्द से भरा था
नीली वाली मेरी वाली मेरा प्यार अब शुरू हुआ था
और दोस्तों ने याद दिलाया था
यारउस दिन नीली और पीली वाली के साथ और
मैंने लाल वाली कह कर बात पूरा किया था
और सबने हँसते हुये
टूटे दिल का दर्द दफन किया था
हमने खूब पिया चेर्यस करते हुये लाल वाली को अपनाया था


Note-Part of artwork is borrowed from the internet ,with due thanks to the owner of the photographs/art



11/13/2012

"भारत महान "


आओ हम सब जयकार करें 
खाने को रोटी नहीं
बदन पे कपड़ा नहीं
भारत को महान कहें।

आधी आबादी वोट नहीं करती
वोट देना बेकार समझती
25% वोट से कम में हम जीतें
सबसे बड़े लोकतंत्र को सलाम कहें।

रोज हो रहें हैं दंगे
मंदिर-मस्जिद बनाएं
अंतर में नफरत से उबलते रहें
आपसी एकता की गुणगान करें।

धर्म का बाज़ार लगायें 
अल्लाह-राम नीलाम करें 
कुरान-वेद की देश में 
सभ्यता-संस्कृति की बखान करें।

देश की संपदा 100 में बाटें 
साइनिंग इंडिया का बोर्ड टांगे 
गरीब होने की शर्त घटाएं
A जो बोलना सीख लें
100%साक्षरता दर बताएं।

जो युवा काम मांगे 
जो भूखा खाना मांगे 
पैसे पेड़ों पर नहीं उगते 
आओ सबको पाठ पढाएं।

कोई लाल सलाम कहे 
उसे गाँधी की दुहाई दें 
उस पर 100 लोगों के लाकतंत्र का दबाब बनायें
आओ भारत को महान बताएं।

जो  दिल से आह निकले
उसे गद्दार बताएं
100 लोगों के महान देश में
पूरी आबादी भारत की जयकार करें।

भारत माता की जयघोष में
कहाँ थकता है भारतीय मन
दर्द तो ये है
भारत महान नहीं है
कभी भारत महान था।
Note-Part of artwork is borrowed from the internet ,with due thanks to the owner of the photographs

11/05/2012

"हे राधे तुम अपनी व्यथा सुनाओ "A love poem


हे राधे तुम अपनी व्यथा सुनाओ 
कैसे तुम कृष्ण वियोग में तड्पी होगी 
कैसे इस विछोह को तुमने झेला 
आंसू ना बहाने का वचन क्यों निभाया ?
आखिर तुमने क्या पाया? हमें बताओ 
हे राधे अपनी व्यथा सुनाओ।
क्या तेरे मन में नफरत नहीं पनपी?
जिसे साडी दुनिया छलिया कहती
क्या तुझे नहीं लगा ?उसने तेरे साथ छल किया
तेरे मुख उसके लिए कड़वे वचन नहीं उगली
तू कैसे सदा उसे प्यार करती रही
उसके झुठे अस्वासन पे
उसका इंतजार करती रही
आखिर तुमने क्या पाया? हमें बताओ,
हे राधे अपनी व्यथा सुनाओ।
तुमने क्यों ना इंतजार करना छोड़ दिया                                                      
क्यों न सारे वचनों को तोड़ दिया
क्यों उस झूठे का वचन निभाया
आखिर तुमने क्या पाया?हमें बताओ,
हे राधे अपनी व्यथा सुनाओ।
अगर मै दुनिया  की मानु
कृष्ण में सारे अवगुण भरे थे
तुमने कैसे उसमे गुण ढूंढ़ निकला
जो उसके मोह में तुझे जकड़े थे
आखिर तुमने क्या पाया? हमें बताओ,
हे राधे अपनी व्यथा सुनाओ।
आज भी तो तुम जैसी राधा है
मुझ जैसे कृष है
परन्तु अब वो मेरा इंतजार नहीं करती
किसी और के दामन को थाम
जीवन की नई सफ़र शुरु करती है
आखिर तूने ऐसा क्यों गजब कर डाला
आखिर तुमने क्या  पाया? हमें बताओ,
हे राधे अपनी व्यथा सुनाओ।
मत कहना आज की राधा
कृष्ण से प्यार नहीं करती
अगर वो तुझ सा करती
कब का मिट चुकी होती
आखिर तूने ऐसा क्यों आदर्श बना डाला
आखिर तुमने क्या पाया? हमें बताओ,
हे राधे अपनी व्यथा सुनाओ।
तू भी आज की राधा बन सकती थी
मना तू कृष्ण से प्यार करती थी
पर तूने कृष्ण को नीचा दिखाया
आखिर तुमने क्या  पाया? हमें बताओ,
हे राधे अपनी व्यथा सुनाओ।
Note-Part of artwork is borrowed from the internet ,with due thanks to the owner of the photographs/art

11/01/2012

मुस्कुराहट का आंचल

सुंदर तन सुन्दर मन 
और तो और 
ओढ़ ली हो जैसे 
मुस्कुराहट का आंचल 
लगती हो कोई परी 
आखें खुली हो या बंद
मिलती रहती हो  हर कहीं 
ऐसा लगता है तुम हो हकीकत 
चाहता हु जब स्पर्श तेरा 
बदल लेती हो अपना बसेरा  
तुम क्या हो समझ नही पता हूँ  
हो हकीकत या कोई परी 
रास्ते तो बहुत है 
 तेरे पास पहुचने का 
तेरे पास पहुँचता हूँ वैसे 
जैसे सीसे के उस पार तुम हो 
इस पर मै खड़ा  हूँ  
देखता हूँ तुमको टकटकी लगा 
बोलना चाहता हूँ  
मै  हूँ  अधुरा 
तुझे मेरे हिलते होठ दिखते  होंगे 
मेरे शब्द तेरे कानों तक पहुचने से पहले 
दम तोड़ देते हैं 
मेरी बेबसी पर ततछन
ओढ़ लेती हो तुम 
मुस्कुराहट  का आंचल 
मै हो जाता हूँ  पूरा .