इन टूटी फूटी पंग्तियों का
इस टूटी फूटी जिन्दगी से ,
क्या वास्ता,
ए खुदा अब तू ही हमें
दिखा कोई रास्ता.
अँधेरा छाया आँखों पे
दिखता नहीं दूर तक दिया,
ए खुदा अब तू ही हमें
दिखा कोई तारा रोशनी का.
बिखर न जाऊं मै,हमें
लोहे सा बना
खाकर ठोकर चटान की भी,
टिका रहूँ मै , सदा.
दुःख से भर कर भी
गम के पहाड़ों पर चढ़ कर भी
मेरे ह्दय ,
ओढ़े मुस्कराहट का पर्दा .
इस टूटी फूटी जिन्दगी से ,
क्या वास्ता,
ए खुदा अब तू ही हमें
दिखा कोई रास्ता.
अँधेरा छाया आँखों पे
दिखता नहीं दूर तक दिया,
ए खुदा अब तू ही हमें
दिखा कोई तारा रोशनी का.
बिखर न जाऊं मै,हमें
लोहे सा बना
खाकर ठोकर चटान की भी,
टिका रहूँ मै , सदा.
दुःख से भर कर भी
गम के पहाड़ों पर चढ़ कर भी
मेरे ह्दय ,
ओढ़े मुस्कराहट का पर्दा .
प्यार भर दो इतना ,
कडवे बचनो में भी बिछ लूँ प्यार जितना ,
मिट जाये नफरत, नफरत की समझ ,
दूँ दुनिया को प्यार सदा.
भूल चुकी दुनिया, प्यार क्या ?
ए खुदा अब तू ही हमें बता
प्यार क्या ?महत्व क्या, प्यार का
न हो कोई गैर
न हो किसी से बैर
जिससे मिलूं मुस्कुरा कर मिलूं
भर दूँ ह्दय
प्यार से लबालब .
मै जाऊं जिधर
छलकता जाऊं प्रेम
मिटाता जाऊं अँधेरा
दिखता जाऊं सभी को
वो रोशनी का तारा .
इन टूटी पंग्तियों का
इस टूटी फूटी जिन्दगी में
महत्व क्या
ए खुदा अब तू ही हमें
दिखा कोई रास्ता .
भूल चुकी दुनिया, प्यार क्या ?
दूर तक नहीं दिखता
हमें इसका निशानए खुदा अब तू ही हमें बता
प्यार क्या ?महत्व क्या, प्यार का
न हो कोई गैर
न हो किसी से बैर
जिससे मिलूं मुस्कुरा कर मिलूं
भर दूँ ह्दय
प्यार से लबालब .
मै जाऊं जिधर
छलकता जाऊं प्रेम
मिटाता जाऊं अँधेरा
दिखता जाऊं सभी को
वो रोशनी का तारा .
इन टूटी पंग्तियों का
इस टूटी फूटी जिन्दगी में
महत्व क्या
ए खुदा अब तू ही हमें
दिखा कोई रास्ता .
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें