4/28/2012

"भिखारी"

अल्लाह के नाम पे दे दे  बाबा 
अल्लाह के नाम पे दे दे ......
अबाज में दर्द भरी मिठाश 
आँखों में नमी कटोरे हाथ
कोई डाल देता एक सिक्का 
उसके कटोरे में
वह हो उठता निहाल
देखता उसे टकटकी लगा
उसकी खनकती अबाज उसे सुख देती
बार- बार उसे खनकता रहता
कोई देता उसे दुत्कार
उभरती मासूमियत भरी रेखा
उसके चेहरे पर
फिर वही अबाज,
अल्लाह के नाम पे दे दे  बाबा


अल्लाह के नाम पे दे दे ......
सबों को आशीष दिए घूमता वह
सबों की मंगल कामना करता वह
कहलाता वह भिखारी
थोडा लेकर बहुत कुछ दान किये चलता वह
कही प्यार, कहीं  दुत्कार
कहीं  सान्तवना, कही नसीहत
कही मिलते ठोकर ,कही कटु वचन
सबों के लिये निकलते 
उसके मुख से एक ही स्वर 
अल्लाह के नाम पे दे दे ......

4 टिप्‍पणियां:

Unknown ने कहा…

gud one.keep it coming

Rohit Rohan ने कहा…

gud one bro

VIKRAM PRASHANT ने कहा…

Thanks....!

VIKRAM PRASHANT ने कहा…

sukriya Rohit babu...!